Post Office Savings Scheme:Build a strong future – Know how you can become a millionaire

Post Office Savings Scheme:पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं हमेशा से निवेशकों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद मानी जाती रही हैं। अब केवल ₹5000 मासिक निवेश कर आप कुछ वर्षों में लखपति बन सकते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए बेहद लाभकारी है जो जोखिम से बचते हुए तयशुदा रिटर्न चाहते हैं।


क्या है यह स्कीम?

यह योजना पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉजिट (RD) या मंथली इनकम स्कीम (MIS) पर आधारित हो सकती है। हालांकि यहां हम आपको पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (POMIS) का एक आसान उदाहरण समझा रहे हैं।


कैसे बनेगा लाखों का फंड?

अगर आप हर महीने ₹5000 इस स्कीम में जमा करते हैं:

  • सालाना निवेश: ₹60,000
  • 5 साल में कुल निवेश: ₹3,00,000
  • इस पर मिलने वाला ब्याज (7.4% के हिसाब से): लगभग ₹1,14,000
  • 5 साल बाद आपको कुल मिलेंगे ₹4,14,000 से ₹4,20,000

अब यदि आप इस राशि को फिर से किसी दूसरी स्कीम या FD में डालते हैं, तो 10 से 12 साल में ₹10 लाख तक का फंड तैयार हो सकता है — वो भी बिना शेयर मार्केट के जोखिम के।


योजना की खास बातें

  • ब्याज दर: 7.4% प्रति वर्ष (तीन महीने में समीक्षा होती है)
  • समयावधि: 5 साल
  • मैक्सिमम निवेश: एकल खाते में ₹9 लाख, संयुक्त खाते में ₹15 लाख
  • ब्याज भुगतान: हर महीने
  • जोखिम स्तर: शून्य (सरकारी गारंटी)

कौन खोल सकता है खाता?

  • कोई भी 18 वर्ष से अधिक उम्र का भारतीय नागरिक
  • संयुक्त खाता (Joint Account) भी खोला जा सकता है
  • आप अपने बच्चे के नाम से भी खाता खोल सकते हैं (यदि आप अभिभावक हैं)

दस्तावेज़ जो लगेंगे:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पता प्रमाण पत्र
  • पोस्ट ऑफिस में खाता (यदि नहीं है तो खुलवाना पड़ेगा)

कैसे करें निवेश?

  1. नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाएं
  2. मंथली इनकम स्कीम (MIS) का फॉर्म भरें
  3. आवश्यक दस्तावेज़ और फोटो लगाएं
  4. ₹1000 से निवेश शुरू करें (₹5000 प्रतिमाह का उदाहरण अधिकतम लाभ दिखाने के लिए है)

आंतरिक लिंकिंग (Internal Links):


बाहरी लिंक (External Link):


निष्कर्ष

अगर आप सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं और भविष्य में लाखों का फंड बनाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की यह योजना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। ₹5000 प्रतिमाह की छोटी-सी बचत भविष्य में बड़ा सहारा बन सकती है।